यादें

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आज भी तेरी यादों को दिल  में दबाएं बैठे हैं, चांद तले अश्कों को बचाए बैठे हैं, अमावस की काली रात जैसा तेरा प्यार, हम आज भी पूर्णिमा के इंतजार में ...

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