निशानी

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तेरी आखरी निशानी थी वो  जैसे मेरी ज़िंदगानी थी वो  तेरे प्यार का एहसास थी वो  मुझे जान से भी प्यारी थी वो  खुद को भूल जाती थी पर  उसको बार ...

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