शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की रचनाएंःविराजबहू--9

134 Part

235 times read

0 Liked

विराजबहू भाग--९ दोपहर को सन्नाटा होने पर छोटी बहू रोती हुई आई और बिराज के पैरों पर गिर पड़ी। वहो दो दिनों इसी अवसर की तलाश में थी। पति को जो ...

Chapter

×