मेरे चंद अहसास

12 Part

362 times read

17 Liked

वक्त आहिस्ता आहिस्ता कब ज़िंदगी की               शाम ढल गई दौर-ए-गर्दिश में मुझसे     वक्त भी ना थामा गया। ...

×