शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की रचनाएंः देवदास--6

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देवदास तब तुमने क्या सोचा है?’ उपाय की बात वह स्वयं नही जानती थी, फिर दूसरे से क्या कहेगी? आज कई दिनो से वह बराबर इसी बात को सोचती रहती है, ...

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