शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की रचनाएंः देवदास--12

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देवदास ःशरतचन्द्र चट्टोपाध्याय 12 दो वर्ष हुए, पार्वती महेेन्द्र का विवाह करके निश्चिन्त हुई है। जलदबाला बुद्धिमती और कार्य-पटु है। अब पार्वती के बदले गृहस्थी का बहुत-कुछ काम-काज वही करती है। ...

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