लेखनी कहानी -24-Dec-2021आईना।

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देखते ही आईना ,मेरा आईना चूर-चूर हो गया। जो ख्वावो ख्यालो की दुनिया सजा कर आई थी,वही सपना बिखर मेरा चकनाचूर हो गया। ख्वाब मेरे न सजे किसी के ख्वाबों की ...

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