तूफ़ान

1 Part

300 times read

16 Liked

बारिशों ने रोका बहुत, मगर हवाओं का गुरुर नहीं गया बनकर तूफ़ान वो अपने फ़ितूर में खोया आया था उजाड़ने महज़ इंसानों की एक झोपड़ी झोपड़ी के छज्जे में छिपे चिड़ियों ...

×