आचार्य चतुसेन शास्त्री--वैशाली की नगरबधू-

164 Part

288 times read

1 Liked

111. हरिकेशीबल : वैशाली की नगरवधू इस समय वैशाली में एक और नवीन प्राणी का आगमन हुआ था । यह एक आजीवक परिव्राजक था । वह अत्यन्त लम्बा, काला , कुरूप ...

Chapter

×