लेखनी कहानी -28-Dec-2021

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कभी यादों में,कभी ख्वाबों में बसा तू मेरे आंखों में दिल की तन्हाई को मुकम्मल जिंदगी मिल गई खुशी मिल गई।। प्यार  की खातिर... तुम्हारी सभा में हूं हाज़िर , जनाब ...

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