देवांगना--आचार्य चतुरसेन शास्त्री

32 Part

228 times read

1 Liked

19. रंग में भंग : देवांगना सिद्धेश्वर कमरे में गद्दी के ऊपर बैठा समाने खिड़की से चमकते हुए बहुत-से तारों और चन्द्रमा को देख रहा था। चौकी पर सामने एक ताँबे ...

Chapter

×