लेखनी कहानी -03-Jan-2022

1 Part

305 times read

3 Liked

सूर्यास्त जीवन नहीं है अग्नि समाहित गंगा में मनुष्य विचलित जीवन सारे है शुद्ध जीवन वन में! सूर्यास्त जीवन.... सुबह अभिजीत स्वप्न में अहंकार तन- मन धारण न रहे है शुद्ध ...

×