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जीवन है एक बहती धारा, खेवे नाविक उतरो पारा। जन्म समय में मां ने सहा, पीड़ा की एक असहनीय धारा। संतान मुख देख हो गई हर्षित, भूली अपनी वेदना की धारा। ...