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कविताःगुमान *********** गुम़ान खुद पर करें अभिमान नहीं वैराग्य पथ पर सत्य की शरण लें हौसले बुलंद हों तो पराजय का डर नहीं नैतिकता हो आदर्श हमारे आदर्श हमारा स्वभाव फिर ...