टूटते तारे की जुदाई

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टूटते  तारे की जुदाई एक तारा गगन से टूट गया एक साथी किसी का छूट गया विरह वेदना असहय हुई इतनी कि दिल में गड़ा एक शूल सा। हुआ दूर वो ...

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