यही मेरा प्रेम है!

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सुनो,  तुम किसी बहती नदी सी हो मैं तुम्हारे किनारे की चट्टानों पर लगी हुई काई माना हमारा कोई मेल नहीं या फिर ये मिलन नहीं मगर फिर भी  इतना तय ...

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