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मै प्रेम के बँधन मे बँधकर ससुराल पहुँच जाती हूँ। देव - "फिर" प्रिति - "फिर क्या , वो आगे बताने ही वाली थी एकाएक उसकी नजर घड़ी पर पड़ती है। ...