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नभ के तमाम तारे अपने आँचल में समेट लायी हूँ प्रिये सिर्फ तुम्हारे लिए, तुम्हारे बुझते ख्वाबों को रौशन करने के लिए। वादा करती हूं , तुमसे कोई अपेक्षा नहीं रखूंगी, ...