लेखनी कहानी -11-Jan-2022

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मेरा संसार भी तू  मेरा संसार भी तू  मेरा घर बार भी तू।  तुझसे ही है जीने की आस मेरे हर सुर हर साज में तू।  तू सोच तू मेरे लिए  ...

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