आज मुहब्बत के रौनक में नव चिराग़ देने को चल।

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पुण्य पथों पर चलते रहना इस सूरज सा जलते रहना। कार्य कठिन है किंतु साहब तुझमें भी बहुत  दिलेरी है। नाग कालिया के फन पर नर्तन भी  बहुत   जरूरी   है। जो ...

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