हम तुम- भाग 15

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भाग 15 उनकी उम्मीदों पर खरा उतरते-उतरते कहीं मेरी उम्मीदें जिंदगी से खत्म ना हो जाए। तुम्हें सिर्फ इसलिए गलत ठहराना कि तुमने दूसरी जाति के होते हुए उनके ब्राह्मण बेटे ...

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