मजबूरियाँ

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 कुछ तो तुम्हारी भी मजबूरियां रही होगी ! तभी तो जो हाथ थाम था उम्रभर के लिए  बीच राह में यूँ मुझसे मुँह मोड़ा न होता !  आँखों मे कुछ तो ...

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