सुबह हो चुकी थी, चिड़ियों के मधुर कलरव से वातारवरण मंत्रमुग्ध सा हो रहा था। रोज ही की तरह जाह्नवी आज भी निमय को जगाने में लगी हुई थी, मगर रोज ...

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