विनती

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"विनती" विनती यही है तुमसे ओ मेरे गिरधारी रखना सदां ही हम पर अपनी कृपा मुरारी तुम हो दया के सागर जाने ये दुनियां सारी रखना सदां ही हम पर अपनी ...

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