चुनावी काव्य

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चुनावी काव्य *********** चढ़ा चुनावी होली का रंग सब नेता गावैं फाग, आपनि डफली,आपन राग। कोऊ तौ मुफ्त की बिजली बांटै, कोऊ दे स्कूटी। कुछ दलबदलू तो टिकट पा गए, कितनेव ...

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