103 Part
82 times read
0 Liked
थाती (२) दूसरे दिन मुझे अकेली ही पानी भरने जाना पड़ा। मैं रस्सी और घड़ा लेकर पानी भरने गई तो ज़रूर, पर दिल धड़क रहा था कि बनता है या नहीं। ...