कुछ बातें अधूरी हैं...

2 Part

325 times read

8 Liked

कुछ बातें अधूरी हैं, कहना भी ज़रूरी है,  बिछड़ना मजबूरी था, मिलना भी ज़रूरी है। आज सुन भी जाओ, ये फलसफा जो मजबूरी है, दिल तोड़ना फिर सिलना, ये कैसी फितूरी ...

×