दुल्हन #लेखनी काव्य प्रतियोगिता -27-Jan-2022

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दुल्हन दुल्हन बन जब चली पिया घर, मन में लिए ढ़ेरों सपने संग डर। सज धज कर उसका निखरा रूप, अब मिलेगी जीवन में प्यार की धूप।। मां पापा की है ...

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