उपन्यास-गोदान-मुंशी प्रेमचंद

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21 मेहता ने इस आक्षेप से चिढ़कर कहा -- इस युवती के प्रति मेरे मन में जो प्रेम और श्रद्धा है, वह ऐसी है कि अगर मैं उसकी ओर वासना से ...

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