प्रेमचंद साहित्यः अलंकार

33 Part

245 times read

1 Liked

अलंकार 13 यह कहकर पापनाशी ने बारांगना के सुन्दर ललाट को अपने होंठों से स्पर्श किया। इसके बाद वह चुप हो गया कि ईश्वर स्वयं मधुर, सांत्वनापरद शब्दों में थायस को ...

Chapter

×