कपाल कुंडला--बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय

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३: प्रतियोगिनी के घर “श्यामादन्यो नहि नहि नहि प्राणनाथो ममास्ते।” उद्धवदूत। शेर अफगन इस समय बंगालकी सूबेदारीमें बर्द्धमानमें रहते थे; मोती बीबी बर्द्धमानमें आकर शेर अफगनके महलमें उतरी। शेर अफगनने सपरिवार ...

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