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मीत मिरे तुम , बन हरजाई , नीर भरें। भव सागर में , बिखरे मोती , नैन धरें।। बेरंग हुआ, जीवन सारा, जहर भरा। चली जगत से, दूर बहुत मैं, छोड़ ...