तुम्हारी आदतों में,

1 Part

189 times read

10 Liked

 तुम्हारी आदतों को खुदमें ढाल लिया मैने, खुद को सम्हलना नही आता था, तब से तुमको सम्भाल लिया मैने। जिन्दगी में कुछ भी न मुंकिंन नही अंजुम, इसी सोच के साथ  ...

×