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*अकाल* अकाल का आधार अंधकार बनकर लील जाता है, और बाज़ से भी तेज़ चाल चलकर ज़िन्दगी मिटा जाता है। धीरे-धीरे जकडता जाता है विनाशकारी बनकर, और लोगों, पशु, पक्षीयो के ...