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आज की रात आलोकित अदि्वतीय प्रज्ज्वलित दीप जैसी प्रतीत हो रही है मानो चांँद चांँदनी का ब्याह हो बाराती बनकर आए हैं तारे जुगनू कर रहे हैं आतिशबाजी महका रही है ...