10 Part
293 times read
13 Liked
कविता का शीर्षक- प्रकृति प्रकृति तेरे अंदाज़ है निराले, कहीं समंदर, कहीं झरने , कहीं तपता रेगिस्तान ,कहीं जंगल विशाल। तू अपनी मौजूदगी का एहसास , हर लम्हा करवाती है । ...