121 Part
122 times read
1 Liked
जब गोबर ने अबकी बार इनकार किया, तो मिरज़ा साहब निराश होकर चले गये। शहर में उनके हज़ारों मिलने वाले थे। कितने ही उनकी बदौलत बन गये थे। कितनों ही को ...