1 Part
467 times read
16 Liked
"राम" ने जैसे ही मटके का ढक्कन खोला उसमें से धुआँ निकलने लगा और उसकी आँखें अचरज से फैलती चली गयी.धुंआ एक इंसानी आकृति ले चुका था."राम" के पूछने पर उसने ...