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पाया था जब मैंने एक फौजी हमसफ़र प्रफुल्लित था मेरा अंतर्मन अत्यंत मगर डर था कि भारत माँ ने याद किया गर छोड़ जाएगा मुझे मोह बंधन तोड़ कर। भारतमाता ही ...