विश्वास

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सालों बाद मिला वो उससे  उसने एक प्रस्ताव रखा , कभी तोड़ना न तुम , मेरे दिल ने जो प्रस्ताव रखा। जो था कभी सपनों में शामिल, लगता था सच होना ...

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