पापा की लाडली

1 Part

231 times read

12 Liked

मैं भी थी पापा की प्यारी गुड़िया हँसती-खेलती आफ़त की पुड़िया। बड़े ही नाज़ो-नखरे से पली थी मैं अपने पापा की प्यारी परी थी मैं। मेरी मुस्कान उनकी थकान मिटाती न ...

×