1 Part
162 times read
9 Liked
रिश्ते भरे बाजार में बिक रहे थे, सब खड़े हुए बस देख रहे थे | कोई बचाने की नहीं सोच रहा था, मोल भाव रिश्ते का हो रहा था | छोड़ ...