लेखनी कविता -18-Feb-2022 (अनाज )

10 Part

195 times read

2 Liked

धान  की  बाली  अब लहरा रहा है  फसल  पूरा  पककर  हो गया जर्द बेमौसम  बारिश से  फसल  बर्बाद दे आँखो में आँसू और दे गया दर्द पौधों से बीज बनता बीज ...

×