शूल – लघुकथा

10 Part

445 times read

20 Liked

शूल तुम  इतना  जो  मुस्कुरा  रहे  हो  क्या  गम  है  जिसको  छुपा  रहे  हो.... अचानक बजे इस गाने को सुनते ही अनु झूलते झूलते अचकचा कर रुक गई। गाना बदस्तूर चालू ...

×