शूल – लघुकथा

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शूल तुम  इतना  जो  मुस्कुरा  रहे  हो  क्या  गम  है  जिसको  छुपा  रहे  हो.... अचानक बजे इस गाने को सुनते ही अनु झूलते झूलते अचकचा कर रुक गई। गाना बदस्तूर चालू ...

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