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बनाई थी उस दिन सपनों की तस्वीर जब जाना जल्द पाऊँगी मैं प्रसव पीर रहने लगी खुश न होती कभी गंभीर बदलने वाली थी मेरी प्यारी तक़दीर। याद आता है मुझको ...