मुंशी प्रेमचंद ः गबन

70 Part

156 times read

1 Liked

गबन 25) रमानाथ को कलकत्ता आए दो महीने के ऊपर हो गए हैं। वह अभी तक देवीदीन के घर पडाहुआ है। उसे हमेशा यही धुन सवार रहती है कि रूपये कहां ...

Chapter

×