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"खामोशियाँ" खामोशियों में क्यों गुम है, ज़िन्दगी की हर एक सदा, तेरी मुस्कुराहट तो है मेरे जीने की वजह। पर ना जाने आज तू क्यों खामोश है, थोड़े से बात पे ...
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