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तुम्हारी याद में बेचैन रात भर हम रहते हैं कभी बिस्तर से उठते हैं कभी करवंट बदलते हैं नही क्यों चैन पड़ता है तुम्हारे बिन कभी हमको कभी बस ख्वाब देखते ...