लेखनी कहानी -25-Feb-2022

1 Part

331 times read

18 Liked

इज़्ज़त शोहरत उहदे मनसब दौलत के अंबारों मैं] जो चाहो मिल जाएगा वो दुन्या के बाज़ारों मैं मेरे अंदर तन्हाई का जैसे कोई सेहरा है खुडी को तनहा पाता है मे ...

×